World No Tobacco Day in Hindi, विश्व तंबाकू निषेध दिवस थीम 2022, विश्व तंबाकू निषेध दिवस कब मनाया जाता है, वर्ल्ड नो टोबैको डे, विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2022 की थीम, तंबाकू निषेध पर निबंध, धूम्रपान निषेध दिवस 2022, राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस 2022, तम्बाकू नियंत्रण पर चित्र
तंबाकू स्वस्थ के लिए हानि कारक है ये लाईन अपको कही ना कहीं लिक्खी मिल जायेगी लेकिन इसका पालन साइड कोई नही करता। हर साल 31 माई को नो तंबाकू डे यानी बिस्व तंबाकू निसिद्द दिवास मनाया जाता है। इस दिनको मनाने के लिए वर्ल्ड नो तंबाकू डे की थीम राखी जाति है।
बिस्व तंबाकू निसिद्द दिवास मनाने का एक बड़ा उद्देस्वा है इस दिन तंबाकू या इसके उत्पादकों ऊपर रोक लगाने या इस्तमाल को कम करने के लिए लोगों को जगरूप किया जाता है। ताकि धूम्र पान स्वस्त के लिए हानिकारक जैसी लाइनें सिर्फ सुनने या परने तक ही सीमित ना रह जाए।
वर्ल्ड नो तंबाकू डे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगोकों तंबाकू से होने वाले स्वास्थ नुकसान के बीसय में सचेत करना है।
डबल्यूएचओ के मुताबिक तंबाकू के वजह से दुनियाभर में हर साल 8 मिलियन लोगों की मौत होती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी डबल्यूएचओ के द्वारा नो तंबाकू डे की सुरबाद की गई थी। इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के स्वस्थ के होने वाले खतरे और साइड इफेक्ट को लेकर जगरूप करना था। और उन्हें तंबाकू के इस्तमाल से दूर करना था।
वर्ल्ड नो तंबाकू डे का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है की तंबाकू के वाया से कितने लोगो की साल भर में मौत हो जाति है।
तंबाकू के इस्तमाल से कैंसर, दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी, दातों की बीमारी जैसी गंभीर स्वस्त समसाये पैदा हो जाति है।
डुमरा पान करने वाले मैं से अधिकतर लोग इन आदत के सरवाड करते है जब वी जवान होते है। इसलिए इन्हे धूम्र पान और बसपा से दूर रखना महत्वपूर्ण हो जाता है।
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साल 1987 में बिस्व स्वास्थ संगठन ने तंबाकू के सेवन से होने वाले रोगों के वजह से मृत्यु दर में बरती को देखते हुई इसे एक महामारी माना। इसके बाद पहलीबर 7 अप्रैल 1988 को डबल्यूएचओ वासगार्ड पर मनाया गाया जिसके बाद हर साल 31 माई को बिस्व तंबाकू निस्सिद दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।
तंबाकू एक प्रकार की फसल होती है जिसकी खेती की जाती है। दुनियाभर की कही जगाएं पर इसकी कृषि की जाती है। इसकी मानव शरीर पर काफ़ी नुकसान परती है।
इसके पत्तों पर उच्च मात्राओं में नशीला पदार्थ पाया जाता है। इसके सेवन से मानव स्वास्थ पर काफ़ी बुरा असर परता है।
स्वस्थ पर तंबाकू के बुरा प्रभाव के बारेमे लोगों को शिक्षित करने के लिए इस दिन कई अभियान, कारीकराम और गाती बिधिया आयोजित की जाती है।
हर साल बिस्व तंबाकू निसिद् दिवस दुनियाभर मैं धूम्र पान करने वालो के प्रभाब तंबाकू चबाने और इससे उत्पन्न हुऐ बीमारी जैसी की कैंसर, दिल के बीमारी के बारेमे जगरूप करना ही इस दिन को मनाने का महत्व है।
इससे हमारी फेफरो की बीमारियां होती है। क्रॉनिक ब्रोकीटाइज और ऐसे बरने वाली बीमारी है जो धूम्र पान करने वालो को होती है। ये बीमारियां कभी ठीक नही होती, इनके वजह से सांस लेना दुश्वार हो जाता है। फेफरो में रुकावट के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।
कोरोनरी हार्ट डिसीज हो जाति है। धूम्र पान करने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बर जाति है। साथ ही उच्च रक्त चाप की समस्या खड़ी हो जाति है।
धूम्रपान करने वालो को दिल के दौरे का जोखिम दूसरो के तुलना में 3 गुना अधिक होता है।
दुनिया भर में कैंसर से होने वाले मोटो में सबसे बड़ा आंकड़ा फेफरे का कैंसर का है। इसमें 80 पटिसत मौतें धूम्रपान के वजह से होती है। जैसी प्रतिदिन सिगरेट पीने का आंकड़ा बरता जाता है। वासे वासे फेफरो का कैंसर होने की असंखा बरती जाती है।
और भी कही रोग है जो इससे होती है जैसे फेफरो और मूं का कैंसर, फेफरो का खराब होना, दिल के रोग, आखें कमजोर होना या मु से बदबू आना।
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